Monday, 1 March 2021

मुक्तक : मोर अँगरी धर चलव।


 एक दिन वो पार जाबो ये भरोसा कर चलव।
पोठ रख विस्वास मन के छोड़ जम्मो डर चलव।
मँय सुरुज के सारथी बन लड़ जहूँ अँधियार ले,
जे विहिनिया चाहथे वो मोर अँगरी धर चलव।

गजल : रूठ कर मान जाने से क्या फायदा।

212 212 212 212। ऐसे झूठे बहाने से क्या फायदा। रूठ कर मान जाने से क्या फायदा। प्यार है दिल में तो क्यों न महसूस हो, है नहीं फिर ...