मै ये दावा नहीं करता कि कभी लडखडाया नहीं। मगर ये इल्जाम गलत है कि मुझे चलना आया नहीं।। अक्सर गिर जाता हूँ क्यों कि किसी के इशारे पे नहीं चलता ल मै आदमी हूँ मेरे दोस्त कोई चौपाया नहीं।।
न जाने कब मौत की पैगाम आ जाये जिन्दगी की आखरी साम आ जाए हमें तलाश है ऐसे मौके की ऐ दोस्त , मेरी जिन्दगी किसी के काम आ जाये.