नजर में हो कोई परदा, नजारा हो तो कैसे हो ।। कोई जब डूबना चाहे , किनारा हो तो कैसे हो।। किसी के हो न पाये तुम, यहां पल भी मुहब्बत में, बताओ तुम यहाँ कोई, तुम्हारा हो तो कैसे हो।
न जाने कब मौत की पैगाम आ जाये जिन्दगी की आखरी साम आ जाए हमें तलाश है ऐसे मौके की ऐ दोस्त , मेरी जिन्दगी किसी के काम आ जाये.