नजर में हो कोई परदा, नजारा हो तो कैसे हो ।। कोई जब डूबना चाहे , किनारा हो तो कैसे हो।। किसी के हो न पाये तुम, यहां पल भी मुहब्बत में,
बताओ तुम यहाँ कोई, तुम्हारा हो तो कैसे हो।
No comments:
Post a Comment