होरी हर मन मा जलय, मिटय कुमत कुविचार। मथुरा मया गुलाल ले, नाचय बीच बजार। नाचय बीच बाजार, फाग गा गा संगी। मदहा समझय लोग, समझ ले कोई भंगी। पिचकारी भर रंग, छन्द बरसाहँव गोरी। साध...
न जाने कब मौत की पैगाम आ जाये जिन्दगी की आखरी साम आ जाए हमें तलाश है ऐसे मौके की ऐ दोस्त , मेरी जिन्दगी किसी के काम आ जाये.