हैं झूठे ख्वाब सारे टूट जाने दे भला होगा।
बुरे जो दिन गुजारे है, क्या उससे भी बुरा होगा।
यहां इतना अँधेरा था कि कोई भी दिया लेकर,
उजाला ढूढने निकला भटक कर मर गया होगा।
सुरज बनना मुश्किल है पर , दीपक बन कर जल सकते हो। प्रकाश पर अधिकार न हो, कुछ देर तो तम को हर सकते हो । तोड़ निराश की बेड़ियाँ, ...
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