कौन छुरे को देख कर, बकरा करे बवाल।
गले लगा कर तू बता, किससे होय हलाल।
किससे होय हलाल, आज ये चुनना होगा।
अब सब कर मतदान, सिर को धुनना होगा।
ले सारे पहचान , आदमी आज बुरे को।
आज समझ कर चाल, तोड़ दे कौन छुरे को।
212 212 212 212। ऐसे झूठे बहाने से क्या फायदा। रूठ कर मान जाने से क्या फायदा। प्यार है दिल में तो क्यों न महसूस हो, है नहीं फिर ...
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