माँ छोटी सी बन्दुक दे-दे ,
मैं सेना में जाऊंगा !
डटा रहूगा सरहद पर,
भारत की लाज बचाउंगा !
आज देश की माटी का ,
जन जन को यही पुकार है !
जो देश के काम न आये ,
उस जीवन को धिक्कार है!!
मैं अपने लहू का कतरा-कतरा ,
देश हित में बहाऊंगा !
कर दूंगा सीना छलनी-छलनी ,
दुश्मन को धुल चटाउंगा !!
रणभूमि में पीठ दिखाऊं,
माँ ऐसा तेरा लाल नहीं !
इस देश का सच्चा सैनिक हूँ मैं ,
कोई भोला बाल नहीं !
लडूंगा आंखरी साँस तक,
दुश्मन को मजे चखाऊंगा !
रक्षा करता देश का मैं ,
सीने में गोली खाऊंगा !!
माँ तू आँशु मत बहाना ,
जब मैं मारा जाऊंगा !
मातृभूमि की रक्षा करने
फिर तेरी कोख से आउँगा
मैं सेना में जाऊंगा !
डटा रहूगा सरहद पर,
भारत की लाज बचाउंगा !
आज देश की माटी का ,
जन जन को यही पुकार है !
जो देश के काम न आये ,
उस जीवन को धिक्कार है!!
मैं अपने लहू का कतरा-कतरा ,
देश हित में बहाऊंगा !
कर दूंगा सीना छलनी-छलनी ,
दुश्मन को धुल चटाउंगा !!
रणभूमि में पीठ दिखाऊं,
माँ ऐसा तेरा लाल नहीं !
इस देश का सच्चा सैनिक हूँ मैं ,
कोई भोला बाल नहीं !
लडूंगा आंखरी साँस तक,
दुश्मन को मजे चखाऊंगा !
रक्षा करता देश का मैं ,
सीने में गोली खाऊंगा !!
माँ तू आँशु मत बहाना ,
जब मैं मारा जाऊंगा !
मातृभूमि की रक्षा करने
फिर तेरी कोख से आउँगा
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