कवि मथुरा प्रसाद वर्मा
Monday, 9 January 2012
इसी के कमाई से तो ये सरकार चल रही है !
नशा, नश-नश में समाई आज के समाज के !
नशे के गुलाम हो रहे सारे नवजवान आज के !
पीढ़ी - दर-पीढ़ी इसका प्रचार चल रही है !
इसी के कमाई से तो ये सरकार चल रही है !
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