एक गांव !
गांव में एक किसान !
किसान का पेट;
पेट में भूख !
भूख के लिए रोटी !
रोटी के लिए काम !
काम के लिए धरती ;
धरती में बने कारखाने!
कारखाने आमिरों के
आमिर बने आदमी
आदमी से एक सवाल '
सवाल : गरीब आदमी,
क्या आदमी नहीं होते ?
न जाने कब मौत की पैगाम आ जाये जिन्दगी की आखरी साम आ जाए हमें तलाश है ऐसे मौके की ऐ दोस्त , मेरी जिन्दगी किसी के काम आ जाये.
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